सीईई अनुज सिंह की पेशी के दौरान कचहरी में रविवार को करीब तीन घंटे तक हंगामा चला। वहां जमा भीड़ को खदेड़ने पर व्यापारी और मृतकों के परिवार की महिलाओं की पुलिस से तीखी नोकझोंक हुई।
मृतक दीपक की भतीजी दीपा, बेटी नेहा समेत रिश्तेदार और पड़ोसियों के अलावा संयुक्त व्यापार संघ के अध्यक्ष नवीन गुप्ता के नेतृत्व में सैकड़ों व्यापारी दोपहर ढाई बजे तक कचहरी पहुंच गए थे। इसकी जानकारी लगते ही पुलिस प्रशासन के हाथ-पैर फूल गए। इस दौरान कचहरी में भारी पुलिस फोर्स पहुंच गया। पुलिस ने भीड़ को हटाने की कोशिश की। लेकिन लोग पुलिस से भिड़ गए। लोगों की इंस्पेक्टर सिविल लाइन से नोकझोंक और हाथापाई हो गई।
दोपहर करीब तीन बजे पुलिस अनुज सिंह को सदर थाने से कोर्ट के लिए लेकर चली। इसी दौरान सूचना मिली कि कचहरी में काफी भीड़ जमा है जो हंगामा और नारेबाजी कर रही है। जिस पर पुलिस अनुज सिंह को कोर्ट के बजाय पुलिस लाइन ले गई। कचहरी में पुलिस फोर्स बढ़ाने के बाद एसपी सिटी ओपी सिंह खुद कचहरी पहुंचे और भीड़ को वहां से हटाया। इसके बाद 4:15 बजे के आसपास पुलिस अनुज सिंह को कोर्ट लेकर पहुंची।
जीप से खींचने की कोशिश
कचहरी में पहुंचते ही कुछ लोगों ने अनुज सिंह को पुलिस जीप से खींचने की कोशिश की। भीड़ ने फांसी दो- फांसी दो, चिल्लाना शुरू कर दिया। पुलिसकर्मी घेरा बनाकर अनुज सिंह को लेकर कोर्ट में पहुंचे। इस दौरान कुछ लोग हाथों में स्याही लिए हुए थे। लेकिन पुलिस फोर्स ने सख्ती दिखाते हुए उनका इरादा पूरा नहीं होने दिया।
नहीं पहुंचा कोई नेता
कचहरी में मृतकों के परिवार के लोगों और व्यापारियों को छोड़कर किसी भी पार्टी का नेता नहीं पहुंचा। माना जा रहा है कि शनिवार को हुए विरोध को देखते हुए नेता कचहरी नहीं पहुंचे।
नहीं की अपील
पुलिस ने न तो अनुज सिंह को रिमांड पर लेने की अपील की और न ही अनुज सिंह के अधिवक्ता ने जमानत प्रार्थनापत्र दाखिल किया। अनुज सिंह के अधिवक्ता संजीव गुर्जर ने बताया कि सभी कानूनी पहलुओं पर विचार के बाद ही निर्णय लेंगे।
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