शुक्रवार को आईजी ने तीनों आरोपियों को मीडिया के सामने पेश किया। पुलिस ने तीनों की निशानदेही पर रिया की स्कूटी और हत्या में इस्तेमाल किए गए चाकू बरामद कर लिए हैं। पुलिस ने तीनों को हरिद्वार से मेरठ आते समय बस से गिरफ्तार किया है।
आईजी सुजीत पांडेय ने बताया कि रिया और विकास उर्फ विक्की डेढ़ साल से साथ थे। विक्की काॠलगर्ल रिया के लिए बुकिंग एजेंट का काम कर रहा था। पर हाल में रिया विक्की को छोड़ दूसरे लोगों के साथ मिलकर धंधा करने लगी थी। ये बात विक्की को नागवार गुजरी कि उसने रिया की हत्या की साजिश रच डाली। इसके लिए उसने तंगहाली में जी रहे सचिन सक्सेना को लालच दिया कि रिया की हत्या करने के बाद उन्हें गुप्ता दंपत्ति के घर में लाखों रुपये और ज्वैलरी मिल जाएंगे। सचिन ने इस प्लानिंग में अपने दोस्त उदयवीर को भी बुला लिया।
18 जून को दोनों ग्राहक बनकर रिया से मिलने शास्त्रीनगर पहुंच गए। उन्होंने घर के मालिक चंद्रशेखर गुप्ता को कंडोम लाने के लिए बाहर भेज दिया। रिया सचिन को साथ लेकर कमरे में पहुंची तो सचिन ने उस पर चाकू से ताबड़तोड़ वार कर दिया। रिया की चीख सुनकर पूनम गुप्ता दौड़कर पहुंची तो दोनों ने उनका गला रेत डाला। इसके बाद दोनों बाहर भागे पर गेट बंद देखकर उन्होंने चंद्रशेखर को भी घर पहुंचते ही मारने का इरादा कर लिया।
रिया कर रही थी विक्की की अनदेखी
आईजी ने इस हत्याकांड के कारणों के बारे में बताया कि हत्यारोपी विकास उर्फ विक्की की शेरगढ़ी मेडिकल निवासी रिया से करीब डेढ़ साल पहले दोस्ती हुई थी। रिया के कॉल गर्ल होने की पुष्टि करते हुए उन्होंने बताया कि विक्की ग्राहक के रूप में उसके संपर्क में आया था। बाद में वह उसके लिये दलाली करने लगा। इस दौरान ही चंद्रशेखर के घर में उसका आना-जाना हो गया। पिछले कुछ दिनों से रिया विक्की की अनदेखी करने लगी थी। इससे विचलित विक्की ने रिया की हत्या की योजना बना डाली।
आईपीएल का सट्टा हारा था सचिन
उधर, विक्की का दोस्त सचिन आईपीएल में तीन लाख रुपये का सट्टा हार गया था। मंडपों में सजावट का काम करने वाले सचिन पर दो लाख रुपये का कर्ज चढ़ गया था। सचिन ने विक्की से कहा कि मुझे किसी भी तरह से पैसे की जरूरत है, कहां से मिलेंगे।
दोनों कनेक्शन बने हत्या की वजह
आईजी के अनुसार विक्की और रिया के बीच काफी समय से संबंध थे। विक्की जानता था कि रिया गलत काम करती है। कुछ दिनों से विक्की रिया की अनदेखी से परेशान था तो सचिन एक झटके में मोटा पैसा कमाना चाहता था। इस पर विक्की ने सचिन से रिया की हत्या शास्त्रीनगर में चंद्रशेखर के मकान में करने की बात कही थी। इनकी सोच थी कि चंद्रशेखर के मकान में लाखों रुपये की नकदी और जेवरात मिलेंगे। इससे सचिन अपना कर्जा चुका लेगा तो विक्की रिया से बदला ले लेगा। दोनों ने हत्या की प्लानिंग बनाते हुए इसमें बरेली निवासी अपने दोस्त उदयवीर उर्फ भालू को भी मेरठ बुलाकर शामिल कर लिया था।
फर्जी आईडी पर लिये सिम से की कॉल
विक्की ने 17 जून को फर्जी आईडी पर तारापुरी, लिसाड़ीगेट से सिम लिया था। उस नंबर से रिया को फोन कर मुलाकात करने की बात कही। इस पर रिया ने 18 जून को उसे चंद्रशेखर के घर बुलाया था। इस दौरान सचिन और उदयवीर भी विक्की के साथ पहुंचे थे।
चंद्रशेखर के घर में चलता था सेक्स रैकेट
आईजी ने आरोपियों के हवाले से बताया कि चंद्रशेखर के मकान में सेक्स रैकेट चलता था। इसके लिए विक्की, सचिन और उदय रिया से मिलने पहुंचे थे। इसमें सचिन ग्राहक बनकर गया था। इस दौरान सचिन ने रिया को 1200 रुपये का पेमेंट किया। जबकि, चंद्रशेखर को 100 रुपये देकर कंडोम लाने के लिये भेज दिया। चंद्रशेखर बाहर से ताला बंद कर बाजार के लिये निकला तो सचिन ने रिया को चाकू से गोद डाला। चीख-पुकार सुनकर पूनम दौड़ी तो उसे उदयवीर ने मार दिया। इस बीच, चंद्रशेखर जब ताला खोलकर घर में घुसा तो आरोपियों ने उसे भी मौत के घाट उतार दिया।
हरिद्वार भाग गए थे सचिन और उदयवीर
ट्रिपल मर्डर को अंजाम देने के बाद सचिन और उदयवीर हरिद्वार भाग गए थे। हरिद्वार के बाद बरेली जाने की फिराक में थे। बृहस्पतिवार देर रात दोनों आरोपी जब सोहराब गेट बस अड्डा पहुंचे तो उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। वहीं, विकास को कोतवाली इलाके से पुलिस ने बृहस्पतिवार शाम गिरफ्तार कर लिया था।
स्कूटी और एलसीडी बरामद
पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर रिया की स्कूटी कबाड़ी बाजार स्थित नाले के पास से बरामद की। साथ ही चंद्रशेखर के घर से गायब एलसीडी सरायलाल दास से एक कमरे से बरामद की। पुलिस ने आरोपियों की एक स्कूटी भी बरामद की, जिससे तीनों आरोपी चंद्रशेखर के घर पहुंचे थे। विकास स्कूटी लेकर चंद्रशेखर के घर के बाहर ही टहल रहा था। पुलिस का दावा है कि विकास ने मकान में एंट्री नहीं की थी।
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