लूट में विफल होने पर बदमाशों ने बाइक सवार बीएचएल कर्मचारी को गोली मार दी। घायल युवक अपने हौंसले के बल पर गांव पहुंचा और घटना की जानकारी दी, जिसके बाद पुलिस और ग्रामीणों ने घंटो तक जंगल की खाक छानी लेकिन कोई सफलता नहीं मिल सकी। घायल को उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा गया। कांवड़ सेवा शिविरों में लगे चिकित्सकों की कमी के चलते घायल का उपचार नहीं हो सका, जिसके बाद उसे आनन्द हॉस्पिटल ले जाया गया। जहाँ ऑपरेशन के बाद गोली निकाली गई। इस संबंध में पुलिस ने इंटर लॉकिंग टायल फैक्टरी से चार युवकों को शक के आधार पर हिरासत में लिया है, जिनसे पूछताछ जारी है।
पकड़े गए युवकों को बेकसूर बताते हुए लोगों ने थाने का घेराव किया। थाना प्रभारी के आश्वासन के बाद ग्रामीण वापस लौटे। जानकारी के मुताबिक़ सरधना क्षेत्र के गांव अकलपुरा निवासी शेखर पुत्र ज्ञान सिंह हरिद्वार में बीएचएल कंपनी में कार्य कर्ता है। गत शनिवार की शाम वह मोटर साईकिल से अपने गांव लौट रहा था। शेखर के मुताबिक़ रात्रि लगभग साढ़े दस बजे जैसे ही वह रतनपुरी व अकलपुरा संपर्क मार्ग पर पहुंचा तो रास्ते में चार-पांच बदमाश मिले, जिन्होंने हथियारों के बल पर उसे रोकने का प्रयास किया। साथ ही बदमाशों ने सबसे पहले उस पर डंडे से वार किया जिससे उसका हैलमेट भी टूट गया, लेकिन उसने बाइक नहीं रोकी, जिसके बाद बदमाशों ने उस पर कई गोलियां चलाई। एक गोली उसके दाहिने हाथ में लग गई, लेकिन वह बदमाशों के चंगुल से निकल कर भाग आया।
लहूलुहान हालत में शेखर गांव पहुंच और ग्रामीणों को बदमाशों के बारे में बताया, जिसके बाद ग्रामीणों ने घटना की जानकारी पुलिस को दी। ग्रामीण और पुलिस बदमाशों की तलाश में निकले और जंगल की खाक छानी लेकिन कोई सफलता नहीं मिल सकी। घायल शेखर को उपचार के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया। रात से सुबह तक शेखर को उपचार नहीं मिल सका। अस्पताल कर्मियों ने बताया की सभी डॉकटर कावड़ ड्यूटी में लगे हुए है, जिसके बाद शेखर के परिजन उसे आनन्द हॉस्पिटल लेकर पहुंचे जहाँ ऑपरेशन कर शेखर के हाथ में धंसी गोली को निकाला गया। सरधना पुलिस ने गांव रतन पुरी के प्रधान कपिल की इंटर लॉकिंग टायल फैक्टरी से दो युवकों को शक के आधार पर हिरासत में लिया, साथ ही दो और युवकों को थाने लाने को प्रधान पर दबाव बनाया गया।
रविवार को प्रधान कपिल अपने साथ कुछ लोगों को लेकर अपने दो और कर्मचारियों को लेकर थाने पहुंचे, जहां पुलिस ने उन्हें भी पूछताछ के लिए थाने में ही बैठा लिया, जिसके बाद ग्रामीणों ने चारो युवकों को बेकसूर बताते हुए छोड़े जाने की मांग की। थाना प्रभारी राजेश वर्मा ने पूछताछ के बाद छोड़ देने का आश्वासन दिया तो ग्रामीण वापस लौट गए। इस अवसर पर प्रधान कपिल के अलावा विनोद कुमार, मूलचंद, बिक्रम, अमरीश आदि मुख्य रूप से शामिल रहे।
#Live Meerut News
0 comments:
Post a Comment