डूडा द्वारा विकलांगों को मिलने वालों मकानों में परियोजना अधिकारी धांधली कर रहे है। शहरी क्षेत्र केपात्रों को जानबूझकर मकान मुहैया नहीं कराया जा रहा है, जिससे विकलांगों में रोष व्याप्त है। उक्त बातें डीएम कार्यालय पर प्रदर्शन के दौरान विकलांग एकता परिवार के राष्ट्रीय अध्यक्ष रियासत अली ने कही।रियासत अली ने बताया कि सरकार द्वारा 2013 में विकलांगों को मकान देने की योजना लाई गई थी। इस योजना के लिए शहरी क्षेत्र में मकान देने की जिम्मेदारी डूडा को सौंपी गई थी। इस योजना में शहरी क्षेत्र से 18 और केंट क्षेत्र से 3 विकलांगों ने मकान के लिए आवेदन किया था। उनका आरोप है कि डूडा परियोजना अधिकारी मकान देने के नाम पर विकलांगों से उगाही कर रहे है, लेकिन मकान नहीं दे रहे है। इस मामले में विकलांगों ने शासन को भी पत्र लिखकर भेजा था, लेकिन अभी तक उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ है। जिस कारण विकलांगों में रोष बढ़ता जा रहा है। उन्होंने डीएम को दिए ज्ञापन में पात्र विकलांगों को जल्द से जल्द मकान दिलवाने की मांग की।इस मामले में डीएम पंकज यादव ने परियोजना अधिकारी को पात्र आवेदकों की जांच निष्पक्ष रूप से करने और पात्रों को मकान दिलाने के निर्देश दिए।
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Thursday, 23 June 2016
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