रोटरी इंटरनेशनल के बोर्ड ऑफडायरेक्टर ने रोटरी मंडल 3100 के नॉन डिस्ट्रिक्ट स्टेटस को पूर्ववत रखते हुए तीन पूर्व मंडलाध्यक्षों महेंद्र स्वरूप जैन, डा. बृजभूषण व वागीश स्वरूप को बेदाग छवि का बताते हुए उन पर लगे वित्तीय आरोपों को गलत करार दिया है।रोटरी इंटरनेशनल के अध्यक्ष के. आर. रवींद्रन की ओर से विगत 22 जून को जारी पत्र में कहा गया है कि रोटरी इंटरनेशनल के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर ने पूर्व मंडलाध्यक्ष महेंद्र स्वरूप जैन, डा. बृजभूषण व वागीश स्वरूप पर वित्तीय अनियमितता करने का आरोप लगाया था, साथ ही इन्हें पांच वर्ष तक कोई दायित्व नहीं देने का फैसला किया था। इसके अलावा डिस्ट्रिक्ट 3100 को नॉन डिस्ट्रिक्ट स्टेटस घोषित किया था। इन आरोप और फैसले को गलत बताते हुए डा. बृजभूषण ने अस्वीकारकर दिया था। वहीं बोर्ड के सभी सदस्यों ने फैसले की तीखी निंदा करते हुए चुनौती दी थी।रवींद्र ने पत्र में कहा है कि तीनों पूर्व मंडलाध्यक्षों पर किसी तरह का आरोप साबित नहीं हुआ है। सभी सदस्य सम्मानित हैं। इन्होंने रोटरी इंटरनेशनल के किसी प्रकार का लाभ नहीं लिया और नही किसी तरीके से धन अर्जन ही कियाहै। रवींद्र ने रोटरी मंडल 3100 का पूर्व स्टेटस बरकरार रखते हुए सभी सम्मानित सदस्यों के उज्ज्वलभविष्य की कामना की है। फैसले की रोटेरियन वृतुल अग्रवाल, जीएल साहनी, डा. एचपी मित्तल, सुशील जैन,रामबाबू, संजय अग्रवाल, फकीरचंद गुप्ता, डा. विभा नागर, डा. एनपी बाली, डा. मुकेश शर्मा व डा. सविता शर्मा ने मुक्त कंठ से सराहना की है।
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Thursday, 23 June 2016
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